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एमपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025

एमपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025

एमपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 निवेश और विकास की नई राह

मध्य प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (एमपीजीआईएस) 2025 आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और वैश्विक निवेश को आकर्षित करने के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में उभरी है। इंदौर में आयोजित इस समिट में शीर्ष उद्योग जगत के नेताओं, नीति-निर्माताओं और निवेशकों की भागीदारी देखी गई, जिसमें मध्य प्रदेश को एक आकर्षक व्यावसायिक केंद्र के रूप में प्रदर्शित किया गया। इस दो दिवसीय समिट में 25,000 से अधिक पंजीकरण हुए, जिसमें 50 से ज्यादा देशों के 100 से अधिक विदेशी प्रतिनिधि शामिल थे।

उद्घाटन और मुख्य आकर्षण

एमपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी 2025 को इस समिट का उद्घाटन किया और अपने संबोधन में मध्य प्रदेश को “अनंत संभावनाओं की भूमि” बताया। उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश आज भारत के विकास की कहानी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन रहा है। यहाँ सड़कें, बिजली, और उद्योगों का मजबूत ढांचा निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर प्रदान करता है।” इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 18 नई औद्योगिक नीतियों की घोषणा की, जिसमें स्टार्टअप्स, एमएसएमई, पर्यटन, और फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने वाली योजनाएँ शामिल हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने स्वागत भाषण में कहा, “यह समिट भोपाल की छवि को बदलने वाली है। पहले गूगल पर भोपाल सर्च करने पर 1984 की गैस त्रासदी के काले पन्ने सामने आते थे, लेकिन अब यह शहर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए जाना जाएगा।” उन्होंने अगले पाँच वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का संकल्प दोहराया。

एमपीजीआईएस 2025 के प्रमुख आकर्षण

  • रिकॉर्ड-तोड़ निवेश: समिट में ₹1.1 लाख करोड़ के निवेश प्रतिबद्धताएँ प्राप्त हुईं, जो आर्थिक परिवर्तन का वादा करती हैं।
  • क्षेत्रीय फोकस: प्रमुख निवेश क्षेत्रों में नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढाँचा, निर्माण, आईटी, कृषि और पर्यटन शामिल हैं।
  • अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी: 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिसमें वैश्विक निगमों और स्थानीय व्यवसायों के बीच प्रमुख साझेदारियाँ स्थापित की गईं।
  • नीतिगत घोषणाएँ: एमपी सरकार ने निवेशक-अनुकूल नीतियाँ, कर प्रोत्साहन और तेज़ अनुमोदन प्रक्रियाएँ शुरू कीं。
  • रोजगार सृजन एवं विकास: इन निवेशों से 1.2 लाख रोजगार के अवसर उत्पन्न होने की संभावना है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा。

बड़े निवेश की घोषणाएँ

एमपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025

समिट के पहले दिन कई बड़ी कंपनियों ने मध्य प्रदेश में निवेश की घोषणा की:

  • अडानी समूह ने 1.1 लाख करोड़ रुपये के नए निवेश की योजना का खुलासा किया, जिससे खनन, स्मार्ट सिटी, और हरित ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में 1.2 लाख से अधिक नौकरियाँ पैदा होंगी。
  • एनटीपीसी, डाबर, और रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ने भी अपनी परियोजनाओं का विस्तार करने की प्रतिबद्धता जताई。
  • डाबर के वैश्विक सीईओ मोहित मल्होत्रा ने कहा, “हम मध्य प्रदेश से मसाले और जड़ी-बूटियाँ प्राप्त करते हैं, और यहाँ निवेश बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।”

तकनीक और नवाचार पर जोर

समिट में “आईटी और टेक्नोलॉजी समिट” का आयोजन हुआ, जिसमें 21,640 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर हुए। इससे तकनीकी क्षेत्र में करीब 1,81,400 रोज़गार के अवसर पैदा होंगे। एलटीआई माइंडट्री, एम्बर एंटरप्राइज़ेज, और टेलीपरफॉर्मेंस जैसी कंपनियों ने मध्य प्रदेश में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की घोषणा की। साथ ही, “एमपी इनोवेस्ट स्टार्टअप पिचिंग कॉन्टेस्ट” में उभरते स्टार्टअप्स ने निवेशकों के सामने अपनी नवाचार प्रस्तुतियाँ दीं。

अंतरराष्ट्रीय रुचि

विदेशी निवेशकों ने भी मध्य प्रदेश में गहरी दिलचस्पी दिखाई। जिम्बाब्वे की राजदूत स्टेला एनकोमो ने राज्य के प्राकृतिक संसाधनों और औद्योगिक क्षमता की तारीफ की, जबकि पोलैंड के उद्यमी पीओट्र क्लैज़क ने खाद्य प्रसंस्करण में निवेश की योजना बनाई। पीएम मोदी ने कहा, “भारत आज वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का एक प्रमुख केंद्र बन रहा है, और मध्य प्रदेश इसमें अहम भूमिका निभाएगा।”

भविष्य की राह

यह समिट मध्य प्रदेश के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हो सकती है। कपड़ा, पर्यटन, और तकनीक जैसे क्षेत्रों में राज्य की ताकत को रेखांकित करते हुए पीएम मोदी ने इसे भारत के विकास में एक गेम-चेंजर बताया। मध्य प्रदेश, जो देश का कपास और रेशम उत्पादन में अग्रणी है, अब निवेशकों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बन रहा है。

निष्कर्ष

एमपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 ने सफलतापूर्वक मध्य प्रदेश को निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित किया है, जो सतत आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। मजबूत नीति समर्थन और वैश्विक निवेशकों के भरोसे के साथ, राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढाँचे के विकास का पावरहाउस बनने के लिए तैयार है। अगले कुछ महीनों में इन निवेशों का असर दिखना शुरू होगा, जो मध्य प्रदेश को भारत के सबसे विकसित राज्यों में शामिल करने का मार्ग प्रशस्त करेगा。

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
एमपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 क्या है?

यह एक अंतरराष्ट्रीय निवेश समिट है जहाँ मध्य प्रदेश सरकार वैश्विक निवेशकों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित करती है。

इस समिट का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इसका उद्देश्य निवेश को बढ़ावा देना, आर्थिक विकास को गति देना और नए रोजगार के अवसर पैदा करना है。

कौन-कौन सी प्रमुख कंपनियाँ इस समिट में शामिल हुईं?

अडानी, रिलायंस, डाबर, एनटीपीसी, एलटीआई माइंडट्री, और कई अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ इस समिट में शामिल हुईं。

मध्य प्रदेश में निवेश करने के क्या लाभ हैं?

मजबूत बुनियादी ढाँचा, निवेश-अनुकूल नीतियाँ, सस्ती भूमि और कुशल श्रम शक्ति मध्य प्रदेश को निवेश के लिए एक आकर्षक स्थान बनाते हैं |

अधिक जानकारी के लिए विजिट करें: Anmol News

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